श्रीमद् वाल्मीकि रामायण  »  काण्ड 2: अयोध्या काण्ड  »  सर्ग 113: भरत का भरद्वाज से मिलते हुए अयोध्या को लौट आना  »  श्लोक 19
 
 
श्लोक  2.113.19 
 
 
तत: प्रदक्षिणं कृत्वा भरद्वाजं पुन: पुन:।
भरतस्तु ययौ श्रीमानयोध्यां सह मन्त्रिभि:॥ १९॥
 
 
अनुवाद
 
  तत्पश्चात श्रीमान् भरत ने बार-बार भरद्वाज मुनि की परिक्रमा की और मंत्रियों सहित अयोध्या की ओर प्रस्थान किया।
 
 
 
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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