तेषां गुप्तिपरीहारै: कच्चित् ते भरणं कृतम्।
रक्ष्या हि राज्ञा धर्मेण सर्वे विषयवासिन:॥ ४८॥
अनुवाद
राज्य में रहने वाले सभी लोगों का उचित पालन-पोषण राजा का कर्तव्य है। तदनुसार, क्या तुम उन वेश्याओं की सुरक्षा और उन्हें परेशानियों से बचाकर उनका भरण-पोषण करते हो? राजा को अपने राज्य के सभी नागरिकों का धर्म के अनुसार पालन-पोषण करना चाहिए।