श्री महाभारत  »  पर्व 8: कर्ण पर्व  »  अध्याय 3: दुर्योधनके द्वारा सेनाको आश्वासन देना तथा सेनापति कर्णके युद्ध और वधका संक्षिप्त वृत्तान्त  »  श्लोक 1
 
 
श्लोक  8.3.1 
संजय उवाच
हते द्रोणे महेष्वासे तव पुत्रा महारथा:।
बभूवुरस्वस्थमुखा विषण्णा गतचेतस:॥ १॥
 
 
अनुवाद
संजय ने कहा- महाराज! जब महाधनुर्धर द्रोणाचार्य मारे गए, तब आपके महारथी पुत्र उदास और अचेत हो गए। उनके मुख पर रोग के चिह्न स्पष्ट दिखाई देने लगे। 1॥
 
Sanjay said- Maharaj! When the great archer Dronacharya was killed, your great warrior sons became depressed and unconscious. Signs of illness became clearly visible on his face. 1॥
 ✨ ai-generated
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.