श्री महाभारत  »  पर्व 8: कर्ण पर्व  »  अध्याय 11: कर्णके सेनापतित्वमें कौरव-सेनाका युद्धके लिये प्रस्थान और मकरव्यूहका निर्माण तथा पाण्डव-सेनाके अर्धचन्द्राकार व्यूहकी रचना और युद्धका आरम्भ  »  श्लोक 35
 
 
श्लोक  8.11.35 
तथैव पाण्डवीं सेनां व्यूढां दृष्ट्वा युधिष्ठिर:।
धार्तराष्ट्रान् हतान् मेने सकर्णान् वै जनाधिप:॥ ३५॥
 
 
अनुवाद
इसी प्रकार पाण्डव सेना की व्यूहरचना देखकर राजा युधिष्ठिर ने भी यही सोचा कि कर्ण सहित आपके सभी पुत्र मारे जा चुके हैं।
 
Similarly, on seeing the Pandava army's formation, King Yudhishthira also considered that all your sons including Karna had been killed.
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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