श्री महाभारत  »  पर्व 7: द्रोण पर्व  »  अध्याय 95: द्रोण और धृष्टद्युम्नका भीषण संग्राम तथा उभय पक्षके प्रमुख वीरोंका परस्पर संकुल युद्ध  »  श्लोक 12
 
 
श्लोक  7.95.12 
तेऽपि सर्वप्रयत्नेन द्रोणमेव समाद्रवन्।
बिभित्सन्तो महासेतुं वार्योघा: प्रबला इव॥ १२॥
 
 
अनुवाद
पाण्डव योद्धाओं ने भी अपनी पूरी शक्ति से द्रोण पर आक्रमण किया, मानो पानी की तेज धारा किसी विशाल सेतु को तोड़ देना चाहती हो।
 
The Pandava warriors also attacked Drona with all their might, as if a strong current of water wanted to break a huge bridge.
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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