श्री महाभारत  »  पर्व 7: द्रोण पर्व  »  अध्याय 156: सोमदत्त और सात्यकिका युद्ध, सोमदत्तकी पराजय, घटोत्कच और अश्वत्थामाका युद्ध और अश्वत्थामाद्वारा घटोत्कचके पुत्रका, एक अक्षौहिणी राक्षस-सेनाका तथा द्रुपदपुत्रोंका वध एवं पाण्डव-सेनाकी पराजय  »  श्लोक 137
 
 
श्लोक  7.156.137 
ततो घटोत्कच: क्रुद्धो रक्षसां भीमकर्मणाम्।
द्रौणिं हतेति महतीं चोदयामास तां चमूम्॥ १३७॥
 
 
अनुवाद
तब घटोत्कच ने क्रोधित होकर भयानक राक्षसों की उस विशाल सेना को आदेश दिया, ‘अरे! अश्वत्थामा का वध कर दो।’ 137.
 
Then Ghatotkacha became enraged and ordered that huge army of terrible demons, 'Hey! Kill Ashvatthama.' 137.
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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