श्री महाभारत » पर्व 6: भीष्म पर्व » अध्याय 5: पंचमहाभूतों तथा सुदर्शनद्वीपका संक्षिप्त वर्णन » श्लोक 9 |
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| | श्लोक 6.5.9  | यदा तु विषमीभावमाविशन्ति परस्परम्।
तदा देहैर्देहवन्तो व्यतिरोहन्ति नान्यथा॥ ९॥ | | | अनुवाद | जब ये विपरीत अवस्थाओं को प्राप्त होते हैं, तब एक दूसरे से युक्त होते हैं। तभी देहधारी प्राणी अपने शरीरों से युक्त होते हैं, अन्यथा नहीं।॥9॥ | | When these attain opposite states, they unite with each other. Only then do embodied beings unite with their bodies, otherwise not.॥ 9॥ |
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