श्री महाभारत  »  पर्व 6: भीष्म पर्व  »  अध्याय 5: पंचमहाभूतों तथा सुदर्शनद्वीपका संक्षिप्त वर्णन  »  श्लोक 1
 
 
श्लोक  6.5.1 
धृतराष्ट्र उवाच
नदीनां पर्वतानां च नामधेयानि संजय।
तथा जनपदानां च ये चान्ये भूमिमाश्रिता:॥ १॥
 
 
अनुवाद
धृतराष्ट्र बोले - संजय! इस पृथ्वी पर जितने भी नदी, पर्वत, जनपद और अन्य पदार्थ आश्रित हैं, उन सब के नाम मुझे बताओ॥1॥
 
Dhritarashtra said - Sanjay! Tell me the names of all the rivers, mountains, districts and other things which are dependent on this earth.॥ 1॥
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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