श्री महाभारत  »  पर्व 3: वन पर्व  »  अध्याय 98: धन प्राप्त करनेके लिये अगस्त्यका श्रुतर्वा, ब्रध्नश्व और त्रसदस्यु आदिके पास जाना  »  श्लोक 19
 
 
श्लोक  3.98.19 
अयं वै दानवो ब्रह्मन्निल्वलो वसुमान् भुवि।
तमतिक्रम्य सर्वेऽद्य वयं चार्थामहे वसु॥ १९॥
 
 
अनुवाद
'ब्रह्मन्! यह इल्वल दैत्य इस पृथ्वी पर सबसे धनवान है। आओ, हम सब आज उसके पास जाकर धन मांगें।'॥19॥
 
'Brahman! This Ilval demon is the richest person on this earth. Let us all go to him and ask for money today.'॥ 19॥
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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