श्री महाभारत » पर्व 18: स्वर्गारोहण पर्व » अध्याय 6: » श्लोक 74 |
|
| | श्लोक 18.6.74  | हरिवंशे पर्वणि च पायसं तत्र भोजयेत्।
पारणे पारणे राजन् यथावद् भरतर्षभ॥ ७४॥ | | | अनुवाद | राजन! भरतश्रेष्ठ! हरिवंश पर्व में भी प्रत्येक पारण के समय ब्राह्मणों को यथायोग्य खीर खिलाओ। | | Rajan! Bharatshrestha! Even during Harivansh Parva, at the time of every Paran, serve kheer to the Brahmins in the correct form. |
| ✨ ai-generated | |
|
|