वेदामृत
Reset
Home
ग्रन्थ
श्रीमद् वाल्मीकि रामायण
श्रीमद् भगवद गीता
______________
श्री विष्णु पुराण
श्रीमद् भागवतम
______________
श्रीचैतन्य भागवत
वैष्णव भजन
About
Contact
श्री महाभारत
»
पर्व 17: महाप्रस्थानिक पर्व
»
अध्याय 2: मार्गमें द्रौपदी, सहदेव, नकुल, अर्जुन और भीमसेनका गिरना तथा युधिष्ठिरद्वारा प्रत्येकके गिरनेका कारण बताया जाना
»
श्लोक 5
श्लोक
17.2.5
नाधर्मश्चरित: कश्चिद् राजपुत्र्या परंतप।
कारणं किं नु तद् ब्रूहि यत् कृष्णा पतिता भुवि॥ ५॥
अनुवाद
परंतप! राजकुमारी द्रौपदी ने कभी कोई पाप नहीं किया था। फिर बताओ, वह किस कारण से गिरी?॥5॥
Parantapa! Princess Draupadi had never committed any sin. Then tell me, what is the reason due to which she fell down?'॥ 5॥
✨ ai-generated
Connect Form
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
© copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.