श्री महाभारत  »  पर्व 16: मौसल पर्व  »  अध्याय 2: द्वारकामें भयंकर उत्पात देखकर भगवान‍् श्रीकृष्णका यदुवंशियोंको तीर्थयात्राके लिये आदेश देना  »  श्लोक 14
 
 
श्लोक  16.2.14 
महानसेषु सिद्धेषु संस्कृतेऽतीव भारत।
आहार्यमाणे कृमयो व्यदृश्यन्त सहस्रश:॥ १४॥
 
 
अनुवाद
जब लोग भोजन परोसकर खाने बैठते, तो बड़े-बड़े मसालों से बनाए गए व्यंजनों में हजारों कीड़े दिखाई देते।॥14॥
 
When people sat down to eat the food after serving it, thousands of insects would be seen in the dishes that were prepared with great seasoning.॥ 14॥
 ✨ ai-generated
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.