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श्लोक 15.29.36  |
कुन्त्या द्रुपदपुत्र्याश्च सुभद्रायास्तथैव च।
तासां च वरनारीणां वधूनां कौरवस्य ह॥ ३६॥ |
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अनुवाद |
कुन्ती, द्रौपदी, सुभद्रा और कुरुराज की सुन्दर बहुएँ पुनः शोक से व्याकुल हो गईं। |
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Kunti, Draupadi, Subhadra and the beautiful daughters-in-law of the Kuru King again became overcome with grief. 36. |
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