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श्लोक 15.29.20-21h  |
इमे च देवगन्धर्वा: सर्वे चेमे महर्षय:॥ २०॥
पश्यन्तु तपसो वीर्यमद्य मे चिरसम्भृतम्। |
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अनुवाद |
आज सभी देवता, गंधर्व और महर्षि मेरी दीर्घकालीन तपस्या का प्रभाव देखें। |
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‘Today all the Gods, Gandharvas and Maharishis may see the effect of my long-accumulated penance. 20 1/2. |
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