श्री महाभारत  »  पर्व 15: आश्रमवासिक पर्व  »  अध्याय 23: सेनासहित पाण्डवोंकी यात्रा और उनका कुरुक्षेत्रमें पहुँचना  »  श्लोक 6
 
 
श्लोक  15.23.6 
स चापि राजवचनादाचार्यो गौतम: कृप:।
सेनामादाय सेनानी: प्रययावाश्रमं प्रति॥ ६॥
 
 
अनुवाद
राजा युधिष्ठिर के आदेश पर सेनापति कृपाचार्य अपनी सेना के साथ आश्रम की ओर चल पड़े।
 
On the orders of King Yudhishthira, Commander-in-Chief Kripacharya along with his army proceeded towards the Ashrama. 6.
 ✨ ai-generated
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.