श्री महाभारत  »  पर्व 14: आश्वमेधिक पर्व  »  अध्याय 4: मरुत्तके पूर्वजोंका परिचय देते हुए व्यासजीके द्वारा उनके गुण, प्रभाव एवं यज्ञका दिग्दर्शन  »  श्लोक 18
 
 
श्लोक  14.4.18 
तस्य सर्वे महीपाला वर्तन्ते स्म वशे तदा।
स हि सम्राडभूत् तेषां वृत्तेन च बलेन च॥ १८॥
 
 
अनुवाद
उस समय के सभी राजा करंधम के अधीन हो गए थे। वह अपने अच्छे आचरण और पराक्रम से उन सबका सम्राट बन गया था।
 
All the kings of that time had become subservient to Karandham. He had become the emperor of all of them by his good conduct and power. 18.
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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