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श्लोक 14.3.9  |
यजस्व वाजिमेधेन विधिवद् दक्षिणावता।
बहुकामान्नवित्तेन रामो दाशरथिर्यथा॥ ९॥ |
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अनुवाद |
तुम दशरथनन्दन श्री राम के समान बहुत सी इच्छित वस्तुओं, अन्न और धन से युक्त होकर विधिपूर्वक दक्षिणा देकर अश्वमेध यज्ञ करो॥9॥ |
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Perform the Yagya like Dasharthanandan Shri Ram by offering Ashwamedha Yagya with lots of desired things, food and wealth by giving formal Dakshina. 9॥ |
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