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श्लोक 13.51.22  |
युधिष्ठिर उवाच
कथमस्य प्रयोक्तव्य: संस्कार: कस्य वा कथम्।
देया कन्या कथं चेति तन्मे ब्रूहि पितामह॥ २२॥ |
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अनुवाद |
युधिष्ठिर ने पूछा, "पितामह! ऐसे बालक को कैसे और किस वर्ण में शिक्षा देनी चाहिए? और यह कैसे पता चलेगा कि वह वास्तव में किस वर्ण का है? और उसका विवाह कैसे और किस वर्ण की कन्या से करना चाहिए? कृपया मुझे यह बताइए।" |
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Yudhishthira asked - Grandfather! How and according to which caste should such a child be taught? And how can we know which Varna he actually belongs to? And how and with which caste girl should he be married? Please tell me this. |
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