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श्लोक 13.2.51  |
इत्युक्ता तेन विप्रेण राजपुत्री यशस्विनी।
विधिना प्रतिजग्राह वेदोक्तेन विशाम्पते॥ ५१॥ |
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अनुवाद |
प्रजानाथ! ब्राह्मण से यह सुनकर प्रसिद्ध राजकुमारी ओघवती ने वेदविधिपूर्वक उनकी पूजा की ॥51॥ |
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Prajanath! On hearing this from the Brahmin, the famous princess Oghawati worshiped him according to the Vedas. 51॥ |
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