श्री महाभारत  »  पर्व 13: अनुशासन पर्व  »  अध्याय 2: प्रजापति मनुके वंशका वर्णन, अग्निपुत्र सुदर्शनका अतिथिसत्काररूपी धर्मके पालनसे मृत्युपर विजय पाना  »  श्लोक 38
 
 
श्लोक  13.2.38 
अथौघवान् नाम नृपो नृगस्यासीत् पितामह:।
तस्याथौघवती कन्या पुत्रश्चौघरथोऽभवत्॥ ३८॥
 
 
अनुवाद
उन दिनों इस पृथ्वी पर राजा नृग के दादा ओघवान राज्य करते थे, जिनकी ओघवती नाम की एक कन्या और औघरथ नाम का एक पुत्र था ॥38॥
 
In those days, Oghavan, the grandfather of King Nrig, ruled this earth. He had a daughter named Oghavati and a son named Ogharath. 38॥
 ✨ ai-generated
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.