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श्लोक 13.2.21  |
तामग्निश्चकमे साक्षाद् राजकन्यां सुदर्शनाम्।
भूत्वा च ब्राह्मणो राजन् वरयामास तं नृपम्॥ २१॥ |
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अनुवाद |
राजन! अग्निदेव राजकुमारी सुदर्शन पर मोहित हो गए और उन्होंने ब्राह्मण का रूप धारण करके राजा से उस कन्या को मांग लिया॥21॥ |
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Rajan! Agnidev became enamored with princess Sudarshan and took the form of a Brahmin and asked for the girl from the king. 21॥ |
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