श्री महाभारत » पर्व 13: अनुशासन पर्व » अध्याय 121: मांस न खानेसे लाभ और अहिंसाधर्मकी प्रशंसा » श्लोक 23 |
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| | श्लोक 13.121.23  | सर्वमांसानि यो राजन् यावज्जीवं न भक्षयेत्।
स्वर्गे स विपुलं स्थानं प्राप्नुयान्नात्र संशय:॥ २३॥ | | | अनुवाद | हे राजन! जो मनुष्य जीवन भर किसी भी प्राणी का मांस नहीं खाता, वह स्वर्ग में महान् एवं विशाल स्थान प्राप्त करता है, इसमें कोई संदेह नहीं है॥23॥ | | O King! One who does not eat the flesh of any living creature throughout his life, attains a great and spacious place in heaven, there is no doubt about this. ॥ 23॥ |
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