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श्लोक 13.120.56  |
अथवा मासमेकं वै सर्वमांसान्यभक्षयन्।
अतीत्य सर्वदु:खानि सुखं जीवेन्निरामय:॥ ५६॥ |
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अनुवाद |
अथवा जो मनुष्य एक महीने तक सब प्रकार के मांस का त्याग कर देता है, वह सब दुःखों से मुक्त होकर सुखी एवं स्वस्थ जीवन व्यतीत करता है ॥ 56॥ |
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Or a person who gives up all kinds of meat for a month becomes free from all sorrows and lives a happy and healthy life. ॥ 56॥ |
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