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श्लोक 12.228.87-88  |
शुचौ वाभ्यर्थिते देशे त्रिदशा: प्रायश: स्थिता:॥ ८७॥
लक्ष्मीसहितमासीनं मघवन्तं दिदृक्षव:॥ ८८॥ |
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अनुवाद |
प्रायः सभी देवता राजलक्ष्मी सहित भगवान इन्द्र का दर्शन करने के लिए उस परम पवित्र एवं इच्छित क्षेत्र में आये। |
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Almost all the gods arrived in that most sacred and desired region to have the darshan of Lord Indra along with Rajlakshmi. 87-88. |
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