श्री महाभारत  »  पर्व 11: स्त्री पर्व  »  अध्याय 20: गान्धारीद्वारा श्रीकृष्णके प्रति उत्तरा और विराटकुलकी स्त्रियोंके शोक एवं विलापका वर्णन  »  श्लोक 10
 
 
श्लोक  11.20.10 
बले वीर्ये च सदृशस्तेजसा चैव तेऽनघ।
रूपेण च तथात्यर्थं शेते भुवि निपातित:॥ १०॥
 
 
अनुवाद
अनघ! सुभद्रा का पुत्र, जो बल, पराक्रम, तेज और सौन्दर्य में तुम्हारे ही समान था, शत्रुओं द्वारा मारा गया हुआ पृथ्वी पर सो रहा है॥10॥
 
'Anagh! The son of Subhadra, who was exactly like you in strength, valour, brilliance and beauty, is sleeping on the earth after being killed by the enemies.'॥ 10॥
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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