श्री महाभारत  »  पर्व 10: सौप्तिक पर्व  »  अध्याय 8: अश्वत्थामाके द्वारा रात्रिमें सोये हुए पांचाल आदि समस्त वीरोंका संहार तथा फाटकसे निकलकर भागते हुए योद्धाओंका कृतवर्मा और कृपाचार्य द्वारा वध  »  श्लोक 158-159h
 
 
श्लोक  10.8.158-159h 
पञ्चाला निहता: सर्वे द्रौपदेयाश्च सर्वश:॥ १५८॥
सोमका मत्स्यशेषाश्च सर्वे विनिहता मया।
 
 
अनुवाद
‘सारे पांचाल, द्रौपदी के सभी पुत्र, सोमवंशी क्षत्रिय और मत्स्य देश के शेष सैनिक, ये सब मेरे ही हाथों मारे गए॥158 1/2॥
 
‘All the Panchalas, all the sons of Draupadi, the Kshatriyas of the Soma dynasty and the remaining soldiers of the Matsya country were all killed by my hands.॥ 158 1/2॥
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  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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