সুবল যৈছে পূর্বে কৃষ্ণ-সুখের সহায
গৌর-সুখ-দান-হেতু তৈছে রাম-রায
सुबल यैछे पूर्वे कृष्ण - सुखेर सहाय ।
गौर - सुख - दान - हेतु तैछे राम - राय ॥9॥
अनुवाद
पूर्वकाल में जब भगवान् कृष्ण स्वयं मौजूद थे, तब उनके ग्वाल मित्र सुबल उन्हें तब सुख देते थे, जब वे राधारानी का विरह अनुभव करते थे। उसी प्रकार रामानंद राय ने श्री चैतन्य महाप्रभु को सुख देने में सहायता की।