श्री चैतन्य चरितामृत  »  लीला 3: अन्त्य लीला  »  अध्याय 20: शिक्षाष्टक प्रार्थनाएँ  »  श्लोक 46
 
 
श्लोक  3.20.46 
সেই ভাবে প্রভু সেই শ্লোক উচ্চারিলা
শ্লোক উচ্চারিতে তদ্-রূপ আপনে হ-ইলা
सेइ भावे प्रभु सेइ श्लोक उच्चारिला ।
श्लोक उच्चारिते तद्रूप आपने ह - इला ॥46॥
 
अनुवाद
उसी उन्माद की भावना से श्री चैतन्य महाप्रभु ने वह श्लोक सुनाया और जैसे ही उन्होंने श्लोक पढ़ा, उन्हें लगा कि वे श्रीमती राधारानी हैं।
 
 ✨ ai-generated
 
 
  Connect Form
  हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
  © copyright 2025 vedamrit. All Rights Reserved.