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श्लोक 3.2.102  |
‘ছোট-হরিদাস’ নাম প্রভুর কীর্তনীযা
তাহারে কহেন আচার্য ডাকিযা আনিযা |
“छोट - हरिदास” नाम प्रभुर कीर्तनीया ।
ताहारे कहेन आचार्य डाकि या आनिया ॥102॥ |
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अनुवाद |
“छोटा हरिदास” नाम का एक भक्त श्री चैतन्य महाप्रभु के लिए भजन गाया करता था। भगवान आचार्य ने उसे अपने घर बुलाया और इस प्रकार उससे कहा। |
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