পূজা-নির্বাহণ হৈলে পাছে করেন বিসর্জন
তরজার না জানি অর্থ, কিবা তাঙ্র মন
पूजा - निर्वाहण हैले पाछे करेन विसर्जन ।
तरजार ना जानि अर्थ, किबा ताँर मन ॥27॥
अनुवाद
"पूजा पूरी हो जाने के बाद, वे पूज्य मूर्ति को कहीं और भेजते हैं। मैं इस गीत के अर्थ को नहीं समझ पा रहा हूँ और यह भी नहीं जानता कि अद्वैत प्रभु के मन में क्या चल रहा है।"