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श्लोक 3.17.21  |
চেতন হ-ইলে হস্ত-পাদ বাহিরে আইল
পূর্ববত্ যথা-যোগ্য শরীর হ-ইল |
चेतन ह - इले हस्त - पाद बाहिरे आइल ।
पूर्ववत् यथा - योग्य शरीर ह - इल ॥21॥ |
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अनुवाद |
जब उन्हें होश आया तब उनके हाथ और पाँव शरीर से बाहर आ गए और पूरा शरीर वापस पहले जैसा हो गया। |
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