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श्लोक 96
श्लोक
3.16.96
‘সুকৃতি-লভ্য ফেলা-লব’ — বলেন বার-বার
ঈশ্বর-সেবক পুছে, — ‘কি অর্থ ইহার’?
‘सुकृति - लभ्य फेला - लव’ - बलेन बार - बार ।
ईश्वर - सेवक पुछे, - ‘कि अर्थ इहार’? ॥96॥
अनुवाद
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प्रभु बार-बार कहते थे, "बहुत सौभाग्य से भगवान को अर्पित प्रसाद का एक कण मिल पाता है।" जगन्नाथ मंदिर के सेवकों ने पूछा, "इसका अर्थ क्या है?"
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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