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श्लोक 3.16.89  |
ভোগ সরিলে জগন্নাথের সেবক-গণ
প্রসাদ লঞা প্রভু-ঠাঞি কৈল আগমন |
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भोग सरिले जगन्नाथेर सेवक - गण ।
प्रसाद लञा प्रभु - ठाञि कैल आगमन ॥89॥ |
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अनुवाद |
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जब आरती संपन्न हुई, तो प्रसाद बाहर लाया गया और भगवान जगन्नाथ के सेवक प्रभु जी को अर्पण करने के लिए कुछ प्रसाद लेकर आये। |
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