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श्लोक 3.16.77  |
ভক্ত-গণ প্রভু-সঙ্গে রহে চারি-মাসে
প্রভু আজ্ঞা দিলা সবে গেলা গৌড-দেশে |
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भक्त - गण प्रभु - सङ्गे रहे चारि - मासे ।
प्रभु आज्ञा दिला सबे गेला गौड़ - देशे ॥77॥ |
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अनुवाद |
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सभी भक्त लगातार चार महीने तक श्री चैतन्य महाप्रभु के साथ रहे। इसके पश्चात भगवान ने उन्हें बंगाल लौटने को कहा। इसलिए वे वापस लौट गये। |
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