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श्लोक 72
श्लोक
3.16.72
মনে মনে জপে, মুখে না করে আখ্যান
এই ইহার মনঃ-কথা — করি অনুমান”
मने मने जपे, मुखे ना करे आख्यान ।
एइ इहार मनः - कथा - करि अनुमान” ॥72॥
अनुवाद
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"यह बालक मन ही मन मन्त्र का जप करता है, इसे ऊँची आवाज़ में नहीं बोलता। जहाँ तक मेरी समझ है, यही उसकी मंशा है।"
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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