তিন হৈতে কৃষ্ণ-নাম-প্রেমের উল্লাস
কৃষ্ণের প্রসাদ, তাতে ‘সাক্ষী’ কালিদাস
तिन हैते कृष्ण - नाम - प्रेमेर उल्लास ।
कृष्णेर प्रसाद, ताते ‘साक्षी’ कालिदास ॥63॥
अनुवाद
इन तीनों के माध्यम से मनुष्य जीवन का सबसे उच्च लक्ष्य - कृष्ण-प्रेम - पा लेता है। यह भगवान कृष्ण की सबसे बड़ी दया है। इस बात का प्रमाण कालिदास खुद हैं।