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श्लोक 59
श्लोक
3.16.59
কৃষ্ণের উচ্ছিষ্ট হয ‘মহা-প্রসাদ’ নাম
‘ভক্ত-শেষ’ হৈলে ‘মহা-মহা-প্রসাদাখ্যান’
कृष्णेर उच्छिष्ट हय ‘महा - प्रसाद’ नाम ।
‘भक्त - शेष’ हैले ‘महा - महाप्रसादाख्या न’ ॥59॥
अनुवाद
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श्री कृष्ण को अर्पित किए गए भोजन के शेष को महाप्रसाद कहा जाता है। और वही महाप्रसाद जब भक्त द्वारा ग्रहण किया जाता है, तो ये शेष महा-महाप्रसाद बन जाता है।
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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