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श्लोक 3.16.141  |
এই শ্লোক শুনি’ প্রভু ভাবাবিষ্ট হঞা
উত্কণ্ঠাতে অর্থ করে প্রলাপ করিযা |
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एइ श्लोक शुनि’ प्रभु भावाविष्ट हञा ।
उत्कण्ठाते अर्थ करे प्रलाप करिया ॥141॥ |
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अनुवाद |
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इस श्लोक को सुनकर श्री चैतन्य महाप्रभु भक्ति भावना में लीन हो गए और अत्यधिक उद्वेलित मन से मस्त व्यक्ति की तरह इसका अर्थ समझाने लगे। |
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