चेतन जीवों के अलावा, आपके होंठ कभी-कभी बेजान वस्तुओं को भी चेतन बना देते हैं। इसलिए, आपके होंठ बड़े जादूगर हैं। विडंबना यह है कि आपकी बांसुरी सिर्फ सूखी लकड़ी है, लेकिन आपके होंठ लगातार उसे अपना अमृत पिलाते रहते हैं। वे सूखी लकड़ी की बनी हुई बांसुरी में मन और इंद्रियाँ उत्पन्न करते हैं और उसे परम आनंद प्रदान करते हैं।