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श्लोक 3.16.105  |
প্রভুর ইঙ্গিতে গোবিন্দ প্রসাদ আনিলা
পুরী-ভারতীরে প্রভু কিছু পাঠাইলা |
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प्रभुर इङ्गिते गोविन्द प्रसाद आनिला ।
पुरी - भारतीरे प्रभु किछु पाठाइला ॥105॥ |
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अनुवाद |
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श्री चैतन्य महाप्रभु के इशारे पर गोविंद भगवान जगन्नाथ जी का प्रसाद ले आए। महाप्रभु ने कुछ प्रसाद परमानंद पुरी और ब्रह्मानंद भारती के पास भेजा। |
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