कृष्ण के गालों पर मकर के आकार के कुण्डल नृत्य करते हैं और वे बहुत चमकते हैं। इन नृत्य करने वाले कुण्डलों में स्त्रियों का मन आकर्षित होता है। इसके अतिरिक्त, कृष्ण अपनी मधुर मुस्कान की तीरों से स्त्रियों के दिलों को घायल करते हैं। स्त्रियों को इस तरह मारने से उन्हें कोई डर नहीं है।