এক-দিন করেন প্রভু জগন্নাথ দরশন
জগন্নাথে দেখে সাক্ষাত্ ব্রজেন্দ্র-নন্দন
एक - दिन करेन प्रभु जगन्नाथ दरशन ।
जगन्नाथे देखे साक्षात्व्रजेन्द्र - नन्दन ॥7॥
अनुवाद
एक दिन, जब श्री चैतन्य महाप्रभु मंदिर में भगवान जगन्नाथ को देख रहे थे, तो उन्हें जगन्नाथजी साक्षात् नंद महाराज के पुत्र श्री कृष्ण के रूप में दिखाई दिए।