সে-কালে এ-দুই রহেন মহাপ্রভুর পাশে
আর সব কডচা-কর্তা রহেন দূর-দেশে
से - काले ए - दुइ रहेन महाप्रभुर पाशे ।
आर सब कड़चा - कर्ता रहेन दूर - देशे ॥8॥
अनुवाद
उन दिनों में, स्वरूप दामोदर गोस्वामी और रघुनाथ दास गोस्वामी ही श्री चैतन्य महाप्रभु के साथ रहते थे, जबकि सभी अन्य टीकाकार उनकी तुलना में काफी दूर रहते थे।