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श्लोक 3.12.75  |
প্রভুর বচনে সবার দ্রবী-ভূত মন
অঝোর-নযনে সবে করেন ক্রন্দন |
प्रभुर वचने सबार द्रवी - भूत मन ।
अझोर - नयने सबै करेन क्रन्दन ॥75॥ |
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अनुवाद |
जब सभी भक्तों ने श्री चैतन्य महाप्रभु के इन मधुर शब्दों को सुना, तो उनके हृदय पिघल गए, और वे निरंतर आँसुओं के साथ रोने लगे। |
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