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श्लोक 3.11.33  |
হৃদযে ধরিমু তোমার কমল চরণ
নযনে দেখিমু তোমার চাঙ্দ বদন |
हृदये धरिमु तोमार कमल चरण ।
नयने देखिमु तोमार चाँद वदन ॥33॥ |
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अनुवाद |
मैं आपके कमलवत् चरणों को अपने हृदय में समेटना चाहता हूँ और आपके चन्द्रमा जैसे चेहरे का दर्शन करना चाहता हूँ। |
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