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श्लोक 3.1.208  |
প্রভু-কৃপা রূপে, আর রূপের সদ্-গুণ
দেখি’ চমত্কার হৈল সবাকার মন |
प्रभु - कृपा रूपे, आर रूपेर सदगुण ।
देखि’ चमत्कार हैल सबाकार मन ॥208॥ |
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अनुवाद |
श्री चैतन्य महाप्रभु की श्रील रूप गोस्वामी पर विशेष कृपा तथा उनके व्यक्तिगत गुणों को देखकर सभी भक्त आश्चर्यचकित रह गये। |
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