प्रभु कहे, - आइलाङशुनि’ तोमार गुण ।
कृष्ण - कथा शुनि, शुद्ध कराइते मन ॥238॥
अनुवाद
महाप्रभु ने उत्तर दिया, 'मैंने तुम्हारे सद्गुणों के बारे में सुना है, इसलिए मैं यहाँ आया हूँ। मैं तुम्हारे पास कृष्ण का गुणानुवाद सुनने और इस तरह अपने मन को शुद्ध करने आया हूँ।'