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श्लोक 203
श्लोक
2.24.203
এই জীব — সনকাদি সব মুনি-জন
‘নির্গ্রন্থ’ — মূর্খ, নীচ, স্থাবর-পশু-গণ
एइ जीव - सनकादि सब मुनि - जन ।
‘निर्ग्रन्थ’ - मूर्ख, नीच, स्थावर - पशु - गण ॥203॥
अनुवाद
"चार कुमारों जैसे महापुरुषों से लेकर निम्न जाति के मूर्ख लोगों, वृक्षों, पौधों, पक्षियों और पशुओं तक, जीवों में सभी शामिल हैं।"
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हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
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