“क्योंकि तुम मेरे बहुत प्यारे मित्र हो, इसलिए मैं तुम्हें अपने सर्वोत्तम उपदेश के तौर पर ज्ञान का सबसे छिपा हुआ अंश बता रहा हूँ। इसे मुझसे सुनो, क्योंकि यह तुम्हारे फायदे के लिए है। हमेशा मेरे बारे में सोचो और मेरे भक्त बनो, मेरी पूजा करो और मुझे ही प्रणाम करो। इस तरह से तुम बेशक मेरे पास आओगे। मैं तुम्हें यह वादा करता हूँ, क्योंकि तुम मेरे प्रिय मित्र हो।” |