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श्लोक 2.20.218  |
এই-মত ব্রহ্মাণ্ড-মধ্যে সবার ‘পরকাশ’
সপ্ত-দ্বীপে নব-খণ্ডে যাঙ্হার বিলাস |
एइ - मत ब्र ह्माण्ड - मध्ये सबार ‘परकाश’ ।
सप्त - द्वीपे नव - खण्डे याँहार विलास ॥218॥ |
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अनुवाद |
ब्रह्माण्ड के भीतर सात द्वीपों और नौ खण्डों में विभाजित विभिन्न आध्यात्मिक स्वरूपों में भगवान विराजमान हैं। तदनुसार, उनकी लीलाएँ चलती रहती हैं। |
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